आजकल थायरॉइड की समस्या बहुत आम हो गई है, खासकर महिलाओं में। लेकिन ज़्यादातर लोग इसके शुरुआती लक्षणों को पहचान नहीं पाते। अगर समय रहते पहचान हो जाए, तो थायरॉइड पूरी तरह कंट्रोल में रखा जा सकता है।
मुझे कैसे पता चले कि मुझे थायरॉइड की बीमारी है?
आजकल थायरॉइड की समस्या बहुत आम हो गई है, खासकर महिलाओं में। लेकिन ज़्यादातर लोग इसके शुरुआती लक्षणों को पहचान नहीं पाते। अगर समय रहते पहचान हो जाए, तो थायरॉइड पूरी तरह कंट्रोल में रखा जा सकता है।

थायरॉइड क्या होता है?
थायरॉइड एक छोटी-सी ग्रंथि (Gland) होती है, जो गले के आगे वाले हिस्से में स्थित होती है। यह शरीर के मेटाबॉलिज़्म, वजन, ऊर्जा, हार्मोन और दिल की धड़कन को नियंत्रित करती है।
थायरॉइड की बीमारी के लक्षण
1️⃣ हाइपोथायरॉइड (थायरॉइड कम काम करता है)
- बिना कारण वजन बढ़ना
- हमेशा थकान महसूस होना
- ठंड ज़्यादा लगना
- बाल झड़ना, त्वचा का रूखा होना
- कब्ज की समस्या
- पीरियड्स का अनियमित या ज़्यादा होना
- उदासी या डिप्रेशन महसूस होना
2️⃣ हाइपरथायरॉइड (थायरॉइड ज़्यादा काम करता है)
- बिना कोशिश के वजन कम होना
- दिल की धड़कन तेज़ होना
- ज़्यादा पसीना आना
- घबराहट या बेचैनी
- हाथ कांपना
- नींद न आना
- भूख ज़्यादा लगना
👉 अगर ये लक्षण लंबे समय तक बने रहें, तो थायरॉइड की जांच ज़रूरी है।
थायरॉइड की जांच कैसे होती है?
🧪 TSH (थायरॉइड स्टिम्युलेटिंग हार्मोन) – सबसे ज़रूरी जांच
| जांच परिणाम | अर्थ |
|---|---|
| TSH बढ़ा हुआ | हाइपोथायरॉइड |
| TSH कम | हाइपरथायरॉइड |
👉 ज़रूरत पड़ने पर डॉक्टर ये जांच भी सलाह देते हैं:
- T3, T4
- फ्री T3, फ्री T4
- Anti-TPO टेस्ट
थायरॉइड टेस्ट कब और कैसे कराएं?
- सुबह के समय जांच कराना बेहतर होता है
- इस जांच के लिए फास्टिंग ज़रूरी नहीं
- दवाइयों की जानकारी डॉक्टर को जरूर दें
किन लोगों को थायरॉइड टेस्ट जरूर कराना चाहिए?
✔️ महिलाएं (खासतौर पर 25 वर्ष के बाद)
✔️ वजन या पीरियड्स की समस्या
✔️ परिवार में थायरॉइड का इतिहास
✔️ बार-बार थकान या घबराहट
✔️ गर्भधारण में समस्या
डॉक्टर से कब संपर्क करें?
- अगर थायरॉइड रिपोर्ट असामान्य आए
- लक्षण बढ़ते जा रहे हों
- गर्भधारण की योजना बना रही हों
याद रखने योग्य बात
लक्षणों को नज़रअंदाज़ न करें।
समय पर जांच और सही इलाज से थायरॉइड पूरी तरह नियंत्रित किया जा सकता है।
